जो महिलाये एक वर्ष तक असुरच्छित वैवाहिक जीवन का सुख भोगने के बाद गर्भधारण करने में असमर्थ रहती है। उन्हे हम बांझपन के नाम से जानते है। महिलाये के लिए गर्भधारण करना दुनिया के सबसे मूल्यवान रत्नो से भी बढ़कर है। गर्भधारण करने के बाद या संतान रूपी रतन होने के बाद महिलाये जिस सुख व् आनंद को प्राप्त करती है हम उसकी कल्पना भी नहीं कर सकते इस बीमारी के लिए और पुरुष दोनों ही बराबर के भागी है !